Motivational Story in Hindi 2021| जिंदगी बदल देने वाली कहानी

Table of Contents
Motivational Story in Hindi
motivational story in hindi: एक मौसम वैज्ञानिक जो बर्फ के पहाड़ों में मौसम का जायजा लेने गया पर मौसम में आए कुछ बदलाव के कारण एक बर्फीला तूफान आ जिसकी वजह से उसका प्लेन क्रैश हो गया और वह वह लोग वहीं पर गिर गए जब मौसम विज्ञानिक को होश आया तो देखा कि उसका पायलट मर चुका है और वह अकेला ही वहां पर फंसा हुआ है और किसी को मालूम भी नहीं कि वह वहां पर गया है |

क्योंकि एक प्राइवेट प्लेन था जिसके कारण किसी को भी नहीं मालूम कि वह कहां पर है और उस प्लेन में कोई भी रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ था जिसकी वजह से किसी को भी नहीं मालूम यह प्लेन कहां पर है| motivational story in hindi जब उसे होश आया तो उसने पायलट की लाश को वही बर्फ में दफना दिया ताकि अगर कोई उन्हें बचाने आए तो वह उसकी लाश को भी साथ में ले जाए और उसके परिवार वालों को सौंप दें |
इधर-उधर घूम कर उसमें प्लेन के मलबे से बहुत सामान इकट्ठा किया जैसे की दवाइयों की किट और कुछ खाली डब्बे एक रेडियो सिगनल जिससे वह रेडियो से सिग्नल भेज सकें और उस प्लेन में किसी तरीके का मैप नहीं था जिसकी वजह से उसको मालूम नहीं था कि वह लोग कहां पर क्रश हुए हैं |
रोज की रूटीन तय करना
मौसम विज्ञानिक रोज की रूटीन तय करता हो रोज सुबह उठता और मछलियां पकड़ने का बंदोबस्त करता पास में ही एक छोटा सा तालाब था मुश्किल से एक आदमी ही उसके अंदर जा सकता था वह रोज उसने कांटा फंसा कर एक या दो मछली पकड़ लेता कभी-कभी मछली उसके हाथ नहीं लगती |

इसलिए वह कंजूसी करके मछली खाता था वह एक मछली को 1 दिन में चलाता था पूरा और एक मछली जो बच जाती थी उसको अगले दिन के लिए बचा लेता था ताकि जिस दिन उसे खाना ना मिले तो वह उस बचे हुए खाने को खा सके आग जलाने के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं थी इसलिए उसे कच्चा मास खाना पड़ता था|
उसने एक कागज के ऊपर अपने हिसाब से एक नक्शा तैयार किया और हर दिशा में चार किलोमीटर जाना शुरू किया था कि कहीं ना कहीं तो उसे कोई बस्ती या कुछ नजर आए जिससे वह अपनी जान बचा सके वह 4किलोमीटर जाता और फिर 4 किलोमीटर वापस आ जाता इसी तरह हो 3 दिशाओं में जा चुका था और तीन दिशाओं में जाने से उसे 15 दिन हो गए थे |
तो मालूम था कि वह इंसानी बस्ती से बहुत दूर है और वहां तक जाने के लिए बहुत सामान की जरूरत है जैसे की बर्फ में सफर करने वाले जूतों की और एक खास तरीके के कपड़ों की जिससे वह बर्फ में सफर तय कर सके और उसके पास था ना और पानी पीने के लिए भी कुछ खास व्यवस्था नहीं थी वह उसी छोटे से पानी के तालाब पर ही निर्भर था जिसमें बर्फीला ठंडा पानी था|
वह अपनी जिंदगी से तंग आ चुका था और वह यही प्रार्थना कर रहा था कि जल्दी से उसे मौत आ जाए क्योंकि 1 महीने से ज्यादा अकेले इस वीरान जगह पर रहने से वह पागल होता जा रहा था| motivational story in hindi
आत्मविश्वास आना
एक दिन उसने हेलीकॉप्टर में कुछ मलबे में सामान ढूंढ़ रहा था कि अचानक उसे अपनी बच्ची की तस्वीर दिखाई दी उस तस्वीर को देखते ही उसके अंदर एक गजब की बिजली दौड़ गई और उसने कहा नहीं मुझे अपने परिवार के लिए वापस जाना ही होगा |
सुबह होते ही उसने पूरे जोरों शोरों से मछलियां पकड़ने शुरू कि उस दिन सारा दिन उसने मछलियां पकड़ी और करते-करते उसने 12 मछलियां पकड़ने उसने अंदाजा लगाया अगर एक मछली 1 दिन चलती है |motivational story in hindi खाने में तो उसके 12 दिन निकल जाएंगे अगर वह थोड़ी सी कंजूसी करे तो इन्हें 17 दिन तक चला सकता है |
और अगर 1 दिन में वह 4 किलोमीटर जाता है और चार किलोमीटर वापस आता है यानी 4 किलोमीटर चलता है और रात में सोता है तो थोड़ी सी मेहनत और करने पर वह 8 किलोमीटर की बजाय 12 किलोमीटर चल सकता है | उसने हेलीकॉप्टर से देखा था कि यहां से डेढ़ सौ या 200 किलोमीटर दूर कुछ गांव थे और इतनी दूर आते ही उसका प्लेन क्रैश हुआ था | Horror Story in Hindi
सफर की शुरुआत
उसने एक बर्फ में समान लेकर खींचने वाली छोटी सी टोकरी तैयार की जिसमें उसने अपनी मछलियां और कुछ पानी रखा जितना उसके पास इकट्ठा हो सकता था और हर वह जरूरी सामान रखा जो उसे सफर के लिए जरूरी था और अपने सफर की शुरुआत कर दी पहला दिन तो बहुत अच्छा निकल गया तकरीबन उसने 12 किलोमीटर की उम्मीद लगाई थी लेकिन वह 15 किलोमीटर से ज्यादा चल पड़ा था अपना सामान लेकर |

वह अपनी इस शुरुआत से बहुत ही ज्यादा खुश था | अगले दिन भर आपका एक तूफान आ गया जिसके कारण वह जिस गुफा में आराम करने के लिए ठहरा था वहां से बाहर ही नहीं निकल पाया और उसको बहुत निराशा हुई कि जिस तरह उसने शुरुआत की थी | motivational story in hindi उस तरह उसका दूसरा दिन बर्बाद चला गया और और एक मछली और खत्म हो गई जिस पर उसे बहुत गुस्सा था तीसरा दिन जब बर्फ का तूफान रुका तो उसने अपनी शुरुआत बहुत जोर शोर से की जिससे उसे अपने 1 दिन का नुकसान की भरपाई करनी थी |
मुश्किलों की शुरुआत
वह बहुत हिम्मत करके आगे बढ़ी रहा था कि एक बहुत सीधी चट्टान को दिखाई थी जिसके ऊपर उसे चढ़कर पार करना था यह एक छोटी लेकिन बहुत खतरनाक पहाड़ी कि जिस पर बिना सामान के भी चलना मुश्किल था लेकिन मौसम विज्ञानिक के पास तो सामान भी था फिर भी वह बहुत हिम्मत करके चल रहा था लेकिन पढ़ नहीं पाया फिर उसने पहाड़ के दूसरी तरफ से घूम कर जाने का फैसला किया जिससे उसे 3 दिन और लग |
लेकिन वह अपने सामान को नहीं छोड़ सकता था क्योंकि उसमें उसका खाना था और भी जरूरी सामान था फिर वह चलता चलता उस पहाड़ को पार किया बहुत ही मुश्किल से इसी तरह करते हुए 10 दिन बीत गए लेकिन उसे कोई भी इंसानी बस्ती नहीं दिखाई दी उसे लग रहा था उसने मुश्किल से 100 किलोमीटर ही पार किया है लेकिन असल में उसने डेढ़ सौ से ज्यादा किलोमीटर पार कर लिया था |
जिंदगी बचना
15 दिन बीतने के बाद जब उसके शरीर में बिल्कुल भी जान नहीं बचेगी तब रास्ते में बहुत दूर एक हेलीकॉप्टर दिखा जो की जमीन पर खड़ा था दूर से देखा तो उससे बहुत खुशी हुई और उसने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू किया लेकिन उसकी आवाज वहां तक नहीं पहुंच सकती थी | motivational story in hindi फिर उसने एक फ्लेयर गन से हवा में गोली चला दी उसे लगा कि शायद अब उसे वह लोग देखेंगे लेकिन कुछ देर बाद हेलीकॉप्टर उड़ के उल्टी दिशा में चला गया उसकी तरफ नहीं आया | Sad Love Story In Hindi

जब हेलीकॉप्टर जा रहा था तब उसने अपने कपड़े भी जलाने शुरू कर दिए ताकि आग और धुआं देखकर उसकी तरफ लोगों का इशारा जाए लेकिन जब लोगों ने उसे नहीं देखा और चले गए तो उसे बहुत निराशा हुई वो रोने लगा और जमीन पर लेटकर अपनी मौत का इंतजार करने लगा क्योंकि अब उसके पास कपड़े भी नहीं थे कुछ कपड़े बचे थे जो उसने शरीफ पहने हुए थे लेकिन जो सर्दी से बचा सकते थे वह नहीं था |
उसने आंखें बंद की और कहा कोई बात नहीं जो जिंदगी को मंजूर था वही होगा कि तभी अचानक ही एक हेलीकॉप्टर उसकी तरफ आया यह वही हेलीकॉप्टर था |motivational story in hindi जिसको उसने इशारा किया था वह लोग जल्दी से आए और उसको आकर हेलीकॉप्टर में रखा और उसे लेकर हॉस्पिटल की तरफ चल दिए उन्होंने कहा हमने तुम्हें दूर से देख लिया था जब तुमने प्लेयर कलाई पर हम सीधा तुम्हारी तरफ नहीं आ सकते थे क्योंकि वह रास्ता ठीक नहीं था |

इस इंसान की हिम्मत उसका कभी साथ नहीं छोड़ा अगर वह अपनी बच्ची की तस्वीर ना देता तो वह वहीं पर मछलियां पकड़ के खाता खाता ही मर जाता और अपने आप को बचाने की कोशिश भी ना करता |